compounding power in hindi
Compounding Power
कंपाउंडिंग की ताकत: छोटी बचत से बड़ा धन बनाने का रहस्य
कंपाउंडिंग क्या है?
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शेयर मार्केट में कंपाउंडिंग के फायदे
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कंपाउंडिंग को हिंदी में चक्रवृद्धि ब्याज कहते हैं। इसका मतलब है – पैसे पर पैसा कमाना। जब आप अपने निवेश पर मिलने वाले ब्याज या रिटर्न को दोबारा निवेश करते हैं, तो वह भी आपके मूलधन के साथ मिलकर अगले साल और ज्यादा रिटर्न देता है। इस तरह आपका पैसा समय के साथ तेजी से बढ़ता है।कंपाउंडिंग का मतलब है पैसे पर पैसा कमाना। जब आप शेयर मार्केट में निवेश करते हैं, तो आपके निवेश से जो मुनाफा (रिटर्न) मिलता है, उसे दोबारा निवेश करने पर अगली बार उस मुनाफे पर भी मुनाफा मिलता है। यही प्रक्रिया बार-बार दोहराने से आपका पैसा समय के साथ तेजी से बढ़ता है।
एक आसान उदाहरण
मान लीजिए आपने ₹1,00,000 शेयर मार्केट में 12% सालाना रिटर्न पर लगाया।
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1 साल बाद: ₹1,12,000
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2 साल बाद: ₹1,25,440
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10 साल बाद: ₹3,10,585
यानी आपका पैसा 10 साल में तीन गुना से ज्यादा हो गया, और यह हुआ कंपाउंडिंग की वजह से।
कंपाउंडिंग का फॉर्मूला
कंपाउंडिंग का बेसिक फॉर्मूला है:
A = P (1 + r/n) ^ nt
जहां:
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A = कुल राशि
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P = मूलधन (Principal)
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r = ब्याज दर (Rate of Interest)
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n = साल में ब्याज कितनी बार लगेगा
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t = समय (वर्षों में)
एक छोटा सा उदाहरण
मान लीजिए आप ₹10,000 को 10% वार्षिक ब्याज पर 10 साल के लिए निवेश करते हैं।
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पहले साल के बाद राशि होगी = ₹10,000 + 10% = ₹11,000
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दूसरे साल के बाद यह राशि होगी = ₹11,000 + 10% = ₹12,100
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इसी तरह 10 साल बाद यह राशि लगभग ₹25,937 हो जाएगी।
यानी बिना अतिरिक्त पैसा डाले आपका पैसा लगभग ढाई गुना हो गया।
शेयर मार्केट में कंपाउंडिंग के फायदे
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लंबे समय तक निवेश: ज्यादा समय = ज्यादा कंपाउंडिंग
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रिटर्न को दोबारा निवेश करें: डिविडेंड और मुनाफा निकालने की बजाय री-इन्वेस्ट करें।
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रिटर्न की दर बढ़ाएं: सही स्टॉक्स चुनकर बेहतर CAGR पाएं।
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सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट: SIP के जरिए नियमित निवेश करें।
कंपाउंडिंग में समय का महत्व
कंपाउंडिंग में समय सबसे बड़ा रोल निभाता है। जितना जल्दी निवेश शुरू करेंगे, उतना ज्यादा फायदा मिलेगा। इसे ही Time Value of Money कहते हैं।
उदाहरण:
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अगर कोई व्यक्ति 25 साल की उम्र में निवेश शुरू करता है और दूसरा 35 साल में, तो दोनों की उम्र 60 साल होने तक पहले वाले का रिटर्न दूसरे से कई गुना ज्यादा होगा।
Compounding Power
72 का नियम बताता है कि आपकी राशि कितने साल में दोगुनी होगी।
कंपाउंडिंग से अमीर बनने की 3 कुंजी
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जल्दी शुरू करें: समय आपका सबसे बड़ा दोस्त है।
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रिटर्न को दोबारा निवेश करें: ब्याज को खर्च न करें।
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धैर्य रखें: लंबे समय तक निवेश को बढ़ने दें।
कंपाउंडिंग बनाम सिंपल इंटरेस्ट
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सिंपल इंटरेस्ट (Simple Interest): सिर्फ मूलधन पर ब्याज।
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कंपाउंडिंग: मूलधन + पुराने ब्याज पर भी ब्याज।
इसीलिए कंपाउंडिंग की ताकत सबसे अलग और मजबूत होती है।
निष्कर्ष
कंपाउंडिंग एक ऐसा वित्तीय जादू है जो छोटे-छोटे निवेशों को बड़े फंड में बदल देता है। इसलिए जल्दी निवेश शुरू करें, रिटर्न को दोबारा निवेश करें, और धैर्य रखें। यही अमीर बनने की असली कुंजी है।




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