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compounding power in hindi

 Compounding Power

कंपाउंडिंग की ताकत: छोटी बचत से बड़ा धन बनाने का रहस्य

शेयर मार्केट में अमीर बनने का असली राज़ कंपाउंडिंग की ताकत (Power of Compounding) में छिपा है। यह वही जादू है जिसने वॉरेन बफे जैसे दिग्गज निवेशकों को दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शामिल किया। आइए जानते हैं कि कंपाउंडिंग कैसे काम करती है और शेयर मार्केट में इसे अपने फायदे के लिए कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।

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शेयर मार्केट में कंपाउंडिंग की ताकत


पैसे कमाना मुश्किल है, लेकिन उसे सही जगह और सही तरीके से निवेश करना उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। ज्यादातर लोग सोचते हैं कि बड़ा निवेश ही बड़ा रिटर्न देता है, लेकिन असलियत में कंपाउंडिंग (Compounding) की ताकत आपके छोटे-छोटे निवेशों को भी समय के साथ बहुत बड़े धन में बदल सकती है। आइए आसान भाषा में समझते हैं कि कंपाउंडिंग कैसे काम करती है और यह आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में कैसे मदद कर सकती है।क्या आपने कभी सोचा है कि कैसे छोटी-छोटी बचत समय के साथ एक बड़ा धन बन सकती है? इसका रहस्य यौगिक शक्ति (Compounding Power) में छिपा है। इसे अक्सर 'दुनिया का आठवां अजूबा' कहा जाता है, और इसका कारण भी है।

कंपाउंडिंग क्या है?

शेयर मार्केट में कंपाउंडिंग की ताकत

सरल शब्दों में, कंपाउंडिंग का मतलब है 'ब्याज पर ब्याज'। जब आप निवेश करते हैं, तो आपको उस पर रिटर्न (लाभ) मिलता है। कंपाउंडिंग में, यह रिटर्न आपके मूलधन में जुड़ जाता है, और अगली बार आपको पूरे बढ़े हुए अमाउंट पर रिटर्न मिलता है। यह प्रक्रिया बार-बार चलती रहती है, जिससे आपका पैसा घातीय (exponential) गति से बढ़ता है।

शेयर मार्केट में कंपाउंडिंग के फायदे



कंपाउंडिंग को हिंदी में चक्रवृद्धि ब्याज कहते हैं। इसका मतलब है – पैसे पर पैसा कमाना। जब आप अपने निवेश पर मिलने वाले ब्याज या रिटर्न को दोबारा निवेश करते हैं, तो वह भी आपके मूलधन के साथ मिलकर अगले साल और ज्यादा रिटर्न देता है। इस तरह आपका पैसा समय के साथ तेजी से बढ़ता है।कंपाउंडिंग का मतलब है पैसे पर पैसा कमाना। जब आप शेयर मार्केट में निवेश करते हैं, तो आपके निवेश से जो मुनाफा (रिटर्न) मिलता है, उसे दोबारा निवेश करने पर अगली बार उस मुनाफे पर भी मुनाफा मिलता है। यही प्रक्रिया बार-बार दोहराने से आपका पैसा समय के साथ तेजी से बढ़ता है।

एक आसान उदाहरण

मान लीजिए आपने ₹1,00,000 शेयर मार्केट में 12% सालाना रिटर्न पर लगाया।

  • 1 साल बाद: ₹1,12,000

  • 2 साल बाद: ₹1,25,440

  • 10 साल बाद: ₹3,10,585

यानी आपका पैसा 10 साल में तीन गुना से ज्यादा हो गया, और यह हुआ कंपाउंडिंग की वजह से।


कंपाउंडिंग का फॉर्मूला

कंपाउंडिंग का बेसिक फॉर्मूला है:

A = P (1 + r/n) ^ nt

जहां:

  • A = कुल राशि

  • P = मूलधन (Principal)

  • r = ब्याज दर (Rate of Interest)

  • n = साल में ब्याज कितनी बार लगेगा

  • t = समय (वर्षों में)


एक छोटा सा उदाहरण

मान लीजिए आप ₹10,000 को 10% वार्षिक ब्याज पर 10 साल के लिए निवेश करते हैं।

  • पहले साल के बाद राशि होगी = ₹10,000 + 10% = ₹11,000

  • दूसरे साल के बाद यह राशि होगी = ₹11,000 + 10% = ₹12,100

  • इसी तरह 10 साल बाद यह राशि लगभग ₹25,937 हो जाएगी।

यानी बिना अतिरिक्त पैसा डाले आपका पैसा लगभग ढाई गुना हो गया।

शेयर मार्केट में कंपाउंडिंग के फायदे

  1. लंबे समय तक निवेश: ज्यादा समय = ज्यादा कंपाउंडिंग

  2. रिटर्न को दोबारा निवेश करें: डिविडेंड और मुनाफा निकालने की बजाय री-इन्वेस्ट करें।

  3. रिटर्न की दर बढ़ाएं: सही स्टॉक्स चुनकर बेहतर CAGR पाएं।

  4. सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट: SIP के जरिए नियमित निवेश करें।


कंपाउंडिंग में समय का महत्व

कंपाउंडिंग में समय सबसे बड़ा रोल निभाता है। जितना जल्दी निवेश शुरू करेंगे, उतना ज्यादा फायदा मिलेगा। इसे ही Time Value of Money कहते हैं।

उदाहरण:

  • अगर कोई व्यक्ति 25 साल की उम्र में निवेश शुरू करता है और दूसरा 35 साल में, तो दोनों की उम्र 60 साल होने तक पहले वाले का रिटर्न दूसरे से कई गुना ज्यादा होगा।


Compounding Power

कंपाउंडिंग का जादू: 72 का नियम

72 का नियम बताता है कि आपकी राशि कितने साल में दोगुनी होगी।

फॉर्मूला:
साल = 72 ÷ ब्याज दर

उदाहरण: अगर ब्याज दर 12% है तो
72 ÷ 12 = 6 साल में पैसा दोगुना।


कंपाउंडिंग से अमीर बनने की 3 कुंजी

  1. जल्दी शुरू करें: समय आपका सबसे बड़ा दोस्त है।

  2. रिटर्न को दोबारा निवेश करें: ब्याज को खर्च न करें।

  3. धैर्य रखें: लंबे समय तक निवेश को बढ़ने दें।


कंपाउंडिंग बनाम सिंपल इंटरेस्ट

  • सिंपल इंटरेस्ट (Simple Interest): सिर्फ मूलधन पर ब्याज।

  • कंपाउंडिंग: मूलधन + पुराने ब्याज पर भी ब्याज।

इसीलिए कंपाउंडिंग की ताकत सबसे अलग और मजबूत होती है।


निष्कर्ष

कंपाउंडिंग एक ऐसा वित्तीय जादू है जो छोटे-छोटे निवेशों को बड़े फंड में बदल देता है। इसलिए जल्दी निवेश शुरू करें, रिटर्न को दोबारा निवेश करें, और धैर्य रखें। यही अमीर बनने की असली कुंजी है।

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