Aroon
Aroon Indicator क्या है? (What is Aroon Indicator in Hindi)
शेयर बाजार में सफल होने के लिए, सही समय पर सही स्टॉक में एंट्री लेना और एक्जिट करना सबसे महत्वपूर्ण है। और इसके लिए, एक ट्रेडर को बाजार के रुझान (Trend) और उस रुझान की ताकत (Strength) को समझना आवश्यक है। यहीं पर अरून इंडिकेटर (Aroon Indicator) आपकी मदद करता है।
अरून इंडिकेटर को 1995 में तुषार चंदे (Tushar Chande) ने विकसित किया था। "अरून" शब्द संस्कृत से लिया गया है, जिसका अर्थ है "सुबह की पहली किरण"। डेवलपर ने यह नाम इसलिए चुना क्योंकि इस इंडिकेटर का मुख्य उद्देश्य बाजार में नए ट्रेंड की शुरुआत का संकेत देना है।
दुर्भाग्यवश, यह इंडिकेटर अक्सर RSI, MACD, और मूविंग एवरेज जैसे अन्य लोकप्रिय इंडिकेटर्स की चमक में खो जाता है, लेकिन इसकी सरलता और प्रभावशीलता इसे हर ट्रेडर के टूलकिट का एक आवश्यक हिस्सा बनाती है।
अरून इंडिकेटर, अन्य मोमेंटम ऑसिलेटर्स (Momentum Oscillators) के विपरीत, मूल्य की बजाय समय पर अधिक ध्यान केंद्रित करता है। यह इंडिकेटर उस अवधि को मापता है जो किसी स्टॉक के लिए एक नया उच्च (High) या नया निम्न (Low) बनने में लगा है।
Aroon Indicator कैसे काम करता है? (How Aroon Indicator Works)
Aroon Indicator दो मुख्य लाइनों से बना होता है:
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Aroon Up Line (नीली या हरी)
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Aroon Down Line (लाल)
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Aroon Up Line बताती है कि हाल में High कितने समय पहले बना था।
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Aroon Down Line बताती है कि हाल में Low कितने समय पहले बना था।
दोनों लाइनें 0 से 100 के बीच मूव करती हैं।
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जब Aroon Up 100 के करीब हो और Aroon Down 0 के पास हो — इसका मतलब Strong Uptrend है।
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जब Aroon Down 100 के करीब हो और Aroon Up 0 के पास हो — यह Strong Downtrend दर्शाता है।
अरून इंडिकेटर दो अलग-अलग लाइन से मिलकर बना है, जो चार्ट पर 0 और 100 के बीच चलती हैं:
अरून अप (Aroon Up):
यह लाइन पिछले एक निश्चित अवधि (डिफ़ॉल्ट रूप से 25 अवधि) के उच्चतम मूल्य (Highest High) के बाद से बीते हुए दिनों/पीरियड्स की संख्या को दर्शाती है।
यह अपट्रेंड (Uptrend) की ताकत को मापती है।
अरून डाउन (Aroon Down):
यह लाइन पिछले उसी निश्चित अवधि (25 अवधि) के न्यूनतम मूल्य (Lowest Low) के बाद से बीते हुए दिनों/पीरियड्स की संख्या को दर्शाती है।
यह डाउनट्रेंड (Downtrend) की ताकत को मापती है।
अरून इंडिकेटर की गणना (Calculation of Aroon Indicator)
अरून इंडिकेटर के दो मुख्य घटक
अरून इंडिकेटर दो अलग-अलग लाइन से मिलकर बना है, जो चार्ट पर 0 और 100 के बीच चलती हैं:
अरून अप (Aroon Up):
यह लाइन पिछले एक निश्चित अवधि (डिफ़ॉल्ट रूप से 25 अवधि) के उच्चतम मूल्य (Highest High) के बाद से बीते हुए दिनों/पीरियड्स की संख्या को दर्शाती है।
यह अपट्रेंड (Uptrend) की ताकत को मापती है।
अरून डाउन (Aroon Down):
यह लाइन पिछले उसी निश्चित अवधि (25 अवधि) के न्यूनतम मूल्य (Lowest Low) के बाद से बीते हुए दिनों/पीरियड्स की संख्या को दर्शाती है।
यह डाउनट्रेंड (Downtrend) की ताकत को मापती है।
अरून इंडिकेटर की गणना (Calculation of Aroon Indicator)
हालांकि आपको मैन्युअल रूप से गणना करने की आवश्यकता नहीं है, इसका फ़ॉर्मूला जानना इंडिकेटर की कार्यप्रणाली को समझने में मदद करता है।
डिफ़ॉल्ट अवधि (N) = 25 पीरियड्स
उदाहरण के लिए:
यदि पिछले 25 दिनों में, आज ही नया उच्चतम मूल्य बना है, तो उच्चतम मूल्य के बाद के पीरियड्स की संख्या = 0.
अरून अप $= 100 \times (25 - 0) / 25 = 100$
यदि पिछले 25 दिनों में, 10 दिन पहले नया उच्चतम मूल्य बना था, तो उच्चतम मूल्य के बाद के पीरियड्स की संख्या = 10.
अरून अप $= 100 \times (25 - 10) / 25 = 60$
हालांकि आपको मैन्युअल रूप से गणना करने की आवश्यकता नहीं है, इसका फ़ॉर्मूला जानना इंडिकेटर की कार्यप्रणाली को समझने में मदद करता है।
डिफ़ॉल्ट अवधि (N) = 25 पीरियड्स
उदाहरण के लिए:
यदि पिछले 25 दिनों में, आज ही नया उच्चतम मूल्य बना है, तो उच्चतम मूल्य के बाद के पीरियड्स की संख्या = 0.
अरून अप $= 100 \times (25 - 0) / 25 = 100$
यदि पिछले 25 दिनों में, 10 दिन पहले नया उच्चतम मूल्य बना था, तो उच्चतम मूल्य के बाद के पीरियड्स की संख्या = 10.
अरून अप $= 100 \times (25 - 10) / 25 = 60$
Aroon Indicator Formula
Aroon Up और Aroon Down को निम्नलिखित फॉर्मूले से निकाला जाता है:
Aroon Up = [(Period - Days Since High) / Period] × 100
Aroon Down = [(Period - Days Since Low) / Period] × 100
👉 आमतौर पर Period = 14 या 25 लिया जाता है।
| अरून रीडिंग | अरून अप (हरा) | अरून डाउन (लाल) | बाजार की स्थिति (Market Condition) |
| मजबूत अपट्रेंड | 70 से 100 के बीच | 30 से नीचे (0 के करीब) | नया हाई हाल ही में बन रहा है, और अपट्रेंड बहुत मजबूत है। |
| कमजोर अपट्रेंड | 50 और 70 के बीच | 30 से नीचे | अपट्रेंड अभी भी है, लेकिन गति धीमी हो रही है। |
| मजबूत डाउनट्रेंड | 30 से नीचे (0 के करीब) | 70 से 100 के बीच | नया लो हाल ही में बन रहा है, और डाउनट्रेंड बहुत मजबूत है। |
| कमजोर डाउनट्रेंड | 30 से नीचे | 50 और 70 के बीच | डाउनट्रेंड अभी भी है, लेकिन गति धीमी हो रही है। |
| रेंज बाउंड/साइडवेज़ | 40 और 60 के बीच | 40 और 60 के बीच | दोनों लाइनें एक-दूसरे के समानांतर चलती हैं। कोई स्पष्ट ट्रेंड नहीं है। |
मुख्य निष्कर्ष:
अरून अप 70 या उससे ऊपर $\rightarrow$ हाल ही में एक नया हाई बना है, जो मजबूत अपट्रेंड का संकेत है।
अरून डाउन 70 या उससे ऊपर $\rightarrow$ हाल ही में एक नया लो बना है, जो मजबूत डाउनट्रेंड का संकेत है।
अरून अप 30 या उससे नीचे $\rightarrow$ काफी समय से कोई नया हाई नहीं बना है, जो कमजोर या अनुपस्थित अपट्रेंड का संकेत है।
अरून डाउन 30 या उससे नीचे $\rightarrow$ काफी समय से कोई नया लो नहीं बना है, जो कमजोर या अनुपस्थित डाउनट्रेंड का संकेत है।
Aroon Indicator को कैसे पढ़ें? (How to Read Aroon Indicator)
| स्थिति | मतलब | संकेत |
|---|---|---|
| Aroon Up > 70 और Aroon Down < 30 | Uptrend जारी है | खरीद (Buy) का संकेत |
| Aroon Down > 70 और Aroon Up < 30 | Downtrend जारी है | बेचने (Sell) का संकेत |
| दोनों लाइनें पास-पास | Market Sideways या Consolidation में है | कोई बड़ा मूव नहीं |
Aroon Indicator के फायदे (Advantages)
✅ ट्रेंड की दिशा जल्दी पकड़ने में मदद करता है।
✅ Reversal Signal पहले दे देता है।
✅ Intraday, Swing और Long-Term सभी प्रकार की ट्रेडिंग में उपयोगी।
✅ False Breakout को पहचानने में सहायक।
Aroon Indicator की सीमाएं (Limitations)
⚠️ Sideways Market में गलत सिग्नल दे सकता है।
⚠️ अकेले Aroon Indicator पर निर्भर रहना सही नहीं — इसे अन्य Indicators जैसे RSI, MACD, या Moving Average के साथ उपयोग करना बेहतर है।
Aroon Indicator को चार्ट पर कैसे लगाएं?
ट्रेडिंग सिग्नल की पहचान
अरून इंडिकेटर से मुख्य रूप से दो प्रकार के सिग्नल मिलते हैं: क्रॉसओवर (Crossover) और एक्सट्रीम रीडिंग्स (Extreme Readings)।
1. क्रॉसओवर सिग्नल (The Crossover)
क्रॉसओवर ट्रेंड में बदलाव का सबसे महत्वपूर्ण संकेत होता है:
| क्रॉसओवर स्थिति | व्याख्या | ट्रेडिंग सिग्नल |
| बुलिश क्रॉसओवर (Bullish Crossover): अरून अप (हरा) अरून डाउन (लाल) को नीचे से ऊपर काटता है। | यह इंगित करता है कि स्टॉक ने हाल ही में नया हाई बनाना शुरू कर दिया है, और एक अपट्रेंड शुरू हो रहा है। | खरीदें (BUY) |
| बेयरिश क्रॉसओवर (Bearish Crossover): अरून डाउन (लाल) अरून अप (हरा) को नीचे से ऊपर काटता है। | यह इंगित करता है कि स्टॉक ने हाल ही में नया लो बनाना शुरू कर दिया है, और एक डाउनट्रेंड शुरू हो रहा है। | बेचें (SELL) |
टिप: क्रॉसओवर के बाद यदि जीतने वाली लाइन (उदाहरण के लिए, अपट्रेंड में अरून अप) 70-100 रेंज की ओर बढ़ती है, तो सिग्नल की ताकत की पुष्टि होती है।
2. एक्सट्रीम रीडिंग सिग्नल (Extreme Readings)
जब एक लाइन 100 के करीब होती है और दूसरी 0 के करीब होती है, तो यह मौजूदा ट्रेंड की असाधारण ताकत को दर्शाती है।
अरून अप = 100 और अरून डाउन = 0 के करीब:
निष्कर्ष: बेहद मजबूत अपट्रेंड।
सिग्नल: अपनी खरीदी हुई पोजीशन (Long Position) को बनाए रखें या किसी भी छोटे पुलबैक पर और खरीदारी करें।
अरून डाउन = 100 और अरून अप = 0 के करीब:
निष्कर्ष: बेहद मजबूत डाउनट्रेंड।
सिग्नल: अपनी बेची हुई पोजीशन (Short Position) को बनाए रखें या किसी भी छोटे उछाल पर और बेचें।
3. साइडवेज़/कंसोलिडेशन (Sideways/Consolidation)
जब दोनों लाइनें 40 से 60 के बीच एक-दूसरे के समानांतर चलती हैं, तो इसका मतलब है कि बाजार में कोई स्पष्ट ट्रेंड नहीं है, और कीमत एक सीमा (Range) में घूम रही है।
सिग्नल: ट्रेडिंग से बचें या रेंज-बाउंड ट्रेडिंग रणनीतियों का उपयोग करें (जैसे सपोर्ट पर खरीदें और रेजिस्टेंस पर बेचें)।
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किसी भी Trading Platform (जैसे Angel One, TradingView, Zerodha Kite) पर जाएं।
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Indicator List में “Aroon” सर्च करें।
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Indicator Add करें और Period (14 या 25) सेट करें।
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अब आप Uptrend और Downtrend दोनों को आसानी से देख पाएंगे।
Aroon Indicator Trading Strategy (Best Tips)
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जब Aroon Up, Aroon Down को नीचे से काटकर ऊपर जाए → Buy Signal।
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जब Aroon Down, Aroon Up को नीचे से काटे → Sell Signal।
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RSI या Volume Confirmation के साथ Entry करें तो Accuracy और बढ़ जाती है।
भाग 3: अरून इंडिकेटर का उपयोग, सीमाएं और निष्कर्ष
अरून इंडिकेटर का व्यावहारिक उपयोग (Practical Application)
अरून इंडिकेटर को प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:
समय अवधि (Timeframe) का चयन:
इंट्राडे (Intraday): 5 मिनट या 15 मिनट के चार्ट पर इसका उपयोग तेजी से सिग्नल प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है।
स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading): 1-घंटे या दैनिक (Daily) चार्ट पर इसका उपयोग मजबूत, मध्यम अवधि के रुझानों को पकड़ने के लिए करें।
लम्बी अवधि: साप्ताहिक (Weekly) चार्ट पर इसका उपयोग बड़े बाजार चक्रों (Market Cycles) को पहचानने के लिए किया जा सकता है।
ट्रेडिंग से बचें (Avoid Trading): जब अरून अप और अरून डाउन दोनों लाइनें 40-60 रेंज में समानांतर चल रही हों, तो यह रेंज-बाउंड मार्केट का संकेत है। ऐसे में ट्रेडिंग से बचें या बहुत छोटे लक्ष्य रखें।
जोखिम प्रबंधन (Risk Management): हमेशा स्टॉप-लॉस (Stop-Loss) का उपयोग करें। यदि अरून इंडिकेटर विपरीत क्रॉसओवर देता है, तो यह ट्रेंड रिवर्सल का शुरुआती संकेत हो सकता है, जिस पर आप अपनी पोजीशन से बाहर निकल सकते हैं।
अरून इंडिकेटर की सीमाएं (Limitations)
हर तकनीकी इंडिकेटर की तरह, अरून इंडिकेटर की भी कुछ सीमाएं हैं:
साइडवेज़ मार्केट में कमजोरी: जब कीमत एक संकीर्ण सीमा (Narrow Range) में ट्रेड कर रही होती है, तो अरून अप और अरून डाउन दोनों लाइनें 50 के आसपास बार-बार क्रॉसओवर कर सकती हैं। यह गलत सिग्नल (Whipsaw) उत्पन्न कर सकता है और ट्रेडर को भ्रमित कर सकता है।
अकेले अपर्याप्त: यह केवल ट्रेंड की शुरुआत और ताकत को मापता है, लेकिन यह कितना ऊपर या नीचे जाएगा (Price Target), यह नहीं बताता है। इसलिए, इसे हमेशा अन्य प्राइस एक्शन या वॉल्यूम इंडिकेटर्स के साथ कन्फर्म करना चाहिए।
पीरियड सेटिंग: डिफॉल्ट 25-पीरियड सेटिंग हर स्टॉक या टाइमफ्रेम के लिए सर्वोत्तम नहीं हो सकती है। ट्रेडर को अपनी रणनीति और एसेट के अनुसार अवधि को एडजस्ट करना चाहिए। छोटी अवधि (जैसे 10) अधिक संवेदनशील होती है लेकिन अधिक गलत सिग्नल देती है, जबकि लंबी अवधि (जैसे 50) कम संवेदनशील होती है लेकिन अधिक विश्वसनीय होती है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Aroon Indicator एक Powerful Trend Indicator है जो आपको मार्केट के Trend Strength और Reversal Points पहचानने में मदद करता है। अगर आप Intraday या Swing Trader हैं, तो इसे अपने Trading Setup में ज़रूर शामिल करें।
अंतिम विचार: सीखें, अभ्यास करें और लागू करें
अरून इंडिकेटर एक सरल लेकिन गहरा इंडिकेटर है। इसे अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर लागू करें, विभिन्न टाइमफ्रेम और स्टॉक्स पर इसका बैकटेस्ट करें। अपनी खुद की आँख से क्रॉसओवर और एक्सट्रीम रीडिंग्स देखें। अनुभव ही आपको बताएगा कि आपके ट्रेडिंग स्टाइल के लिए यह सबसे अच्छा काम कैसे करता है।
डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है। इस ब्लॉग पोस्ट में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।


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