average directional index
Average Directional Index (ADX) क्या है?
एवरेज डायरेक्शनल इंडेक्स (ADX): ट्रेंड की ताकत को मापने का सबसे बड़ा रहस्य!
क्या आप एक ऐसे ट्रेडिंग टूल की तलाश में हैं जो आपको यह बता सके कि मार्केट में चल रहा ट्रेंड कितना मज़बूत है? एक ऐसा इंडिकेटर जो आपको रेंज-बाउंड (साइडवेज़) मार्केट से बचा सके और आपको सबसे शक्तिशाली चालों में शामिल होने में मदद करे?
अगर हाँ, तो आपकी खोज एवरेज डायरेक्शनल इंडेक्स (Average Directional Index - ADX) पर खत्म होती है। यह एक ऐसा तकनीकी विश्लेषण उपकरण है जिसे हर समझदार ट्रेडर अपनी स्ट्रैटेजी में शामिल करना चाहता है।
इस ब्लॉग पोस्ट में, हम ADX के हर पहलू को गहराई से जानेंगे: यह क्या है, यह कैसे काम करता है, इसकी गणना कैसे की जाती है, और सबसे महत्वपूर्ण, इसका उपयोग करके आप कैसे अपनी ट्रेडिंग को अगले स्तर तक ले जा सकते हैं।
इस इंडिकेटर को Welles Wilder ने 1978 में विकसित किया था, जिन्होंने RSI और Parabolic SAR जैसे लोकप्रिय इंडिकेटर भी बनाए।
ADX क्या है? - एक बुनियादी परिचय
ADX, जिसे औपचारिक रूप से एवरेज डायरेक्शनल मूवमेंट इंडेक्स (Average Directional Movement Index) कहा जाता है, को महान तकनीकी विश्लेषक जे. वेल्स विल्डर जूनियर (J. Welles Wilder Jr.) ने 1978 में विकसित किया था।
कई अन्य इंडिकेटर्स के विपरीत, ADX का प्राथमिक उद्देश्य ट्रेंड की दिशा बताना नहीं है; बल्कि, यह ट्रेंड की ताकत (Strength) को मापता है, चाहे वह ऊपर (Up-trend) हो या नीचे (Down-trend)। ADX एक नॉन-डायरेक्शनल इंडिकेटर है।
ADX सिस्टम के 3 मुख्य घटक
ADX अकेला काम नहीं करता; यह Directional Movement Index (DMI) प्रणाली का हिस्सा है, जिसमें तीन लाइनें शामिल होती हैं:
ADX Line (औसत डायरेक्शनल इंडेक्स): यह मुख्य रेखा है जो 0 से 100 के बीच चलती है और ट्रेंड की ताकत को दर्शाती है। दिशा से इसका कोई लेना-देना नहीं है।
+DI Line (पॉजिटिव डायरेक्शनल इंडिकेटर): यह लाइन खरीदारों की ताकत या ऊपर के मूवमेंट को दर्शाती है।
-DI Line (नेगेटिव डायरेक्शनल इंडिकेटर): यह लाइन विक्रेताओं की ताकत या नीचे के मूवमेंट को दर्शाती है।
📈 ADX Indicator क्या बताता है?
ADX की गणना थोड़ी जटिल होती है, लेकिन एक ट्रेडर के रूप में, आपको इसका फॉर्मूला याद रखने की ज़रूरत नहीं है, बस इसके पीछे के सिद्धांतों को समझना महत्वपूर्ण है।
1. +DI और -DI की गणना
+DI और -DI पिछले क्लोजिंग प्राइस की तुलना मौजूदा क्लोजिंग प्राइस से करके बाजार की ऊपर और नीचे की गति को मापते हैं।
+DI > -DI: यह बताता है कि ऊपर की गति (बुलिश मोमेंटम) अधिक मजबूत है।
-DI > +DI: यह बताता है कि नीचे की गति (बियरिश मोमेंटम) अधिक मजबूत है।
ये दोनों लाइनें मिलकर ट्रेंड की दिशा का संकेत देती हैं।
2. ADX की गणना
ADX इन दोनों डायरेक्शनल इंडिकेटर्स (+DI और -DI) के बीच के अंतर का एवरेज निकालता है।
ADX ऊपर की ओर जा रहा है: इसका मतलब है कि बाजार में ट्रेंड की ताकत बढ़ रही है, चाहे वह ऊपर का ट्रेंड हो या नीचे का।
ADX नीचे की ओर जा रहा है: इसका मतलब है कि बाजार में ट्रेंड की ताकत कम हो रही है, और हो सकता है कि बाजार अब साइडवेज़ या रेंज-बाउंड हो रहा हो।
ADX एक ट्रेंड स्ट्रेंथ इंडिकेटर (Trend Strength Indicator) है।
यह दिशा नहीं बताता — यानी यह नहीं बताता कि कीमत ऊपर जाएगी या नीचे।
बल्कि यह बताता है कि ट्रेंड कितना मजबूत है।
ADX की वैल्यू 0 से 100 के बीच होती है।
वैल्यू जितनी ज़्यादा होती है, ट्रेंड उतना ही मजबूत माना जाता है।
⚙️ ADX Indicator के तीन मुख्य भाग
ADX इंडिकेटर तीन लाइनों से मिलकर बना होता है:
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+DI (Positive Directional Indicator): यह लाइन बताती है कि मार्केट ऊपर की ओर (Uptrend) जा रहा है।
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–DI (Negative Directional Indicator): यह लाइन बताती है कि मार्केट नीचे की ओर (Downtrend) जा रहा है।
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ADX Line: यह दोनों के बीच के अंतर के आधार पर ट्रेंड की मजबूती (Strength) को दर्शाती है।
📊 ADX Value को कैसे समझें
ADX का मान (Value) 0 से 100 के बीच होता है, और यह वैल्यू ही आपको ट्रेंड की ताकत बताती है:
| ADX वैल्यू रेंज | ट्रेंड की ताकत का संकेत |
| 0 - 20 | कमजोर ट्रेंड / रेंज-बाउंड (Side-ways)। इस दौरान ट्रेडिंग से बचना चाहिए या ऑसिलेटर्स का उपयोग करना चाहिए। |
| 20 - 25 | ट्रेंड शुरू होने की सीमा (Borderline)। यदि ADX 20 से ऊपर बढ़ रहा है, तो ट्रेंड शुरू हो सकता है। |
| 25 - 40 | मज़बूत ट्रेंड। यह एक स्वस्थ ट्रेंड है और ट्रेंड-फॉलोइंग रणनीतियों के लिए आदर्श है। |
| 40 - 60 | बहुत मज़बूत ट्रेंड। इस ट्रेंड में मोमेंटम बहुत अधिक होता है। |
| 60+ | अत्यंत मज़बूत/थका हुआ ट्रेंड (Exhausted Trend)। यह दुर्लभ है और अक्सर बताता है कि ट्रेंड बहुत जल्द उलट सकता है (Reversal)। |
| ADX Value | ट्रेंड की ताकत | क्या मतलब है |
|---|---|---|
| 0 – 20 | कमजोर ट्रेंड | मार्केट में कोई स्पष्ट दिशा नहीं |
| 20 – 40 | मजबूत ट्रेंड | ट्रेंड बनना शुरू हो गया है |
| 40 – 60 | बहुत मजबूत ट्रेंड | तेजी या मंदी का रुझान बहुत पक्का है |
| 60+ | अत्यधिक मजबूत ट्रेंड | मार्केट ओवरबॉट/ओवरसोल्ड स्थिति में हो सकता है |
📍ADX Indicator का उपयोग कैसे करें
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ट्रेंड पहचानने के लिए:
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अगर +DI > –DI और ADX 25 से ऊपर है → Uptrend मजबूत है।
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अगर –DI > +DI और ADX 25 से ऊपर है → Downtrend मजबूत है।
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No-trade Zone पहचानने के लिए:
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जब ADX 20 से नीचे हो → मार्केट साइडवेज़ चल रहा है, यानी कोई बड़ा ट्रेंड नहीं है।
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Breakout की पुष्टि के लिए:
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जब ADX 25 के ऊपर जाने लगे → मार्केट में नया ट्रेंड शुरू होने का संकेत मिलता है।
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📈 Example
मान लीजिए, Reliance Industries का ADX 35 है और +DI, –DI से ऊपर है —
तो इसका मतलब हुआ कि Reliance में एक मजबूत Uptrend चल रहा है।
अगर ADX 15 है, तो यह दर्शाता है कि मार्केट Range-Bound या Sideways है।
💡 ट्रेडिंग टिप्स (Trading Tips)
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ADX को RSI या Moving Average जैसे दूसरे इंडिकेटर के साथ इस्तेमाल करना बेहतर होता है।
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जब ADX 25 से नीचे हो, तो Range Trading करें।
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जब ADX 25 से ऊपर बढ़े, तो Trend Following Strategy अपनाएं।
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ADX बढ़ रहा हो तो ट्रेंड मजबूत हो रहा है,
ADX घट रहा हो तो ट्रेंड कमजोर पड़ रहा है।
⚙️ TradingView या Angel One में ADX कैसे लगाएं
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अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (जैसे TradingView, Zerodha, या Angel One) पर जाएं।
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“Indicators” सेक्शन में Average Directional Index (ADX) सर्च करें।
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डिफ़ॉल्ट सेटिंग 14 Periods पर रहती है, जिसे अधिकतर ट्रेडर्स उपयोग करते हैं।
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चार्ट में +DI, –DI और ADX Line दिखाई देगी — इन्हीं के आधार पर ट्रेंड की ताकत समझी जाती है।



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