Breaking News

share market me itm kya hota hai

ITM (In The Money) क्या होता है?


Intro: ITM की बेसिक जानकारी

शेयर मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग (Options Trading) तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इसमें कई टर्म्स का इस्तेमाल होता है, जिनमें से एक है ITM (In The Money)। अक्सर नए ट्रेडर्स कन्फ्यूज हो जाते हैं कि ITM का मतलब क्या है, और इसका ऑप्शन प्राइस से क्या कनेक्शन है। इस ब्लॉग में हम सरल भाषा में ITM की परिभाषा, महत्व और उदाहरण समझेंगे ताकि आप ऑप्शन ट्रेडिंग में बेहतर निर्णय ले सकें।अगर आप शेयर बाज़ार में ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं या करने की सोच रहे हैं, तो आपने ITM, ATM और OTM जैसे शब्दों को ज़रूर सुना होगा। ये तीनों शब्द ऑप्शन ट्रेडिंग के सबसे बुनियादी और ज़रूरी कॉन्सेप्ट में से एक हैं। आज हम इनमें से एक, ITM (In-The-Money), के बारे में विस्तार से जानेंगे

share market me itm kya hota hai

ITM (In The Money) क्या होता है?



ITM (In The Money) क्या होता है?

शेयर बाजार में, ITM का अर्थ है "इन द मनी" (In The Money) और यह एक विकल्प (option) को दर्शाता है, जिसमें एक आंतरिक मूल्य (intrinsic value) होता है. कॉल ऑप्शन के मामले में, यदि अंतर्निहित परिसंपत्ति (underlying asset) का वर्तमान बाजार मूल्य उसके स्ट्राइक मूल्य से अधिक है तो वह ITM होता है. पुट ऑप्शन के मामले में, यदि अंतर्निहित परिसंपत्ति का वर्तमान बाजार मूल्य उसके स्ट्राइक मूल्य से कम है तो वह ITM होता है

ITM का मतलब है कि ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट का प्रीमियम पहले से ही प्रॉफिट की पोजीशन में है।

  • Call Option के लिए: जब स्टॉक का स्पॉट प्राइस (वर्तमान बाजार मूल्य) स्ट्राइक प्राइस से ऊपर होता है, तब वह ITM कहलाता है।

  • Put Option के लिए: जब स्टॉक का स्पॉट प्राइस स्ट्राइक प्राइस से नीचे होता है, तब वह ITM होता है।

सीधे शब्दों में कहें, ITM ऑप्शन में इंट्रिन्सिक वैल्यू होती है, यानी अगर आप तुरंत उसे एक्सरसाइज करते हैं तो प्रॉफिट मिलेगा।


ITM की मुख्य विशेषताएं

  • इंट्रिन्सिक वैल्यू (Intrinsic Value): ITM ऑप्शन की इंट्रिन्सिक वैल्यू पॉजिटिव होती है।

  • उच्च प्रीमियम (High Premium): ITM ऑप्शन का प्रीमियम ज्यादा होता है क्योंकि उसमें प्रॉफिट की संभावना पहले से ही है।

  • कम रिस्क (Low Risk): OTM (Out of The Money) की तुलना में ITM ऑप्शन का रिस्क कम होता है।


ITM के उदाहरण

मान लीजिए, एक स्टॉक का स्पॉट प्राइस ₹200 है और स्ट्राइक प्राइस ₹180 का कॉल ऑप्शन है।

  • यहां कॉल ऑप्शन ITM होगा क्योंकि 200 > 180 (स्पॉट प्राइस > स्ट्राइक प्राइस)।

  • अगर वही स्ट्राइक प्राइस ₹220 होता, तो यह OTM कहलाता क्योंकि 200 < 220।



ITM का ऑप्शन ट्रेडिंग में महत्व

  1. प्रॉफिटेबिलिटी: ITM ऑप्शन में प्रॉफिट की संभावना अधिक होती है।

  2. सुरक्षा (Safety): नए ट्रेडर्स के लिए ITM ऑप्शन एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है।

  3. कम वोलैटिलिटी रिस्क: मार्केट में हलचल होने पर भी ITM ऑप्शन पर असर कम पड़ता है।


ITM, ATM और OTM का अंतर

टर्म परिभाषा उदाहरण (कॉल ऑप्शन)
ITM स्पॉट प्राइस > स्ट्राइक प्राइस Spot ₹200, Strike ₹180
ATM स्पॉट प्राइस = स्ट्राइक प्राइस Spot ₹200, Strike ₹200
OTM स्पॉट प्राइस < स्ट्राइक प्राइस Spot ₹200, Strike ₹220

निष्कर्ष

शेयर मार्केट में ITM ऑप्शन को समझना जरूरी है क्योंकि यह ऑप्शन ट्रेडिंग में आपके प्रॉफिट और रिस्क को डायरेक्टली प्रभावित करता है। अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू कर रहे हैं, तो पहले ITM, ATM और OTM की बेसिक जानकारी जरूर लें।


कोई टिप्पणी नहीं