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Advance/Decline Indicator क्या होता है? शेयर मार्केट में इसका सही उपयोग जानें

मार्केट की असली दिशा समझने के लिए Advance/Decline Indicator का इस्तेमाल कैसे करें


Introduction:

शेयर मार्केट में केवल प्राइस मूवमेंट देखकर यह समझना कि मार्केट ऊपर जा रहा है या नीचे, हमेशा सही नहीं होता। कई बार मार्केट इंडेक्स बढ़ता दिखता है, लेकिन अंदर से मार्केट कमजोर होता है। ऐसे में Advance/Decline Indicator एक बहुत उपयोगी टूल है, जो बताता है कि असल में मार्केट के कितने स्टॉक्स ऊपर (Advance) और कितने नीचे (Decline) जा रहे हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि जब सेंसेक्स या निफ्टी ऊपर जाता है, तो आपको कैसे पता चलता है कि यह तेज़ी केवल कुछ ही शेयरों की वजह से है या पूरे बाज़ार में समान रूप से है? इसका जवाब है Advance/Decline Ratio। यह एक शक्तिशाली टूल है जो आपको बाज़ार की गहराई और सेहत को समझने में मदद करता है। यह ब्लॉग पोस्ट बताएगी कि एडवांस/डिक्लाइन (A/D) रेशियो क्या होता है, इसे कैसे कैलकुलेट करते हैं, और आप इसे अपनी ट्रेडिंग और निवेश रणनीतियों में कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं। 

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Advance/Decline Indicator क्या है?

Advance/Decline Indicator (A/D Indicator) एक Market Breadth Indicator है जो यह दर्शाता है कि किसी दिन में बढ़ने वाले स्टॉक्स (Advancing Stocks) की संख्या घटने वाले स्टॉक्स (Declining Stocks) की संख्या से कितनी अधिक या कम है।

यह मार्केट की “आंतरिक शक्ति” को दिखाता है — यानी मार्केट में कितने स्टॉक्स वाकई में इंडेक्स की दिशा को सपोर्ट कर रहे हैं। एडवांस/डिक्लाइन रेशियो (Advance/Decline Ratio) एक तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis) संकेतक है जो यह मापता है कि किसी खास दिन या अवधि में किसी एक्सचेंज (जैसे NSE या BSE) पर कितने शेयरों में तेज़ी आई (एडवांस हुए) और कितने शेयरों में गिरावट आई (डिक्लाइन हुए)।

  • Advance (एडवांस): ऐसे स्टॉक जिनकी कीमत पिछले दिन के बंद भाव से ऊपर बंद हुई।

  • Decline (डिक्लाइन): ऐसे स्टॉक जिनकी कीमत पिछले दिन के बंद भाव से नीचे बंद हुई।

  • Unchanged (अपरिवर्तित): ऐसे स्टॉक जिनकी कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ।

Advance/Decline Ratio की गणना (Calculation)

A/D रेशियो की गणना बहुत सरल है:

$$\text{Advance/Decline Ratio} = \frac{\text{एडवांस हुए शेयरों की संख्या}}{\text{डिक्लाइन हुए शेयरों की संख्या}}$$

उदाहरण के लिए, अगर किसी दिन 1800 स्टॉक एडवांस हुए और 900 स्टॉक डिक्लाइन हुए, तो A/D रेशियो होगा:

$$\text{A/D Ratio} = \frac{1800}{900} = 2$$

Advance/Decline Ratio का क्या मतलब है? (Interpretation)

A/D रेशियो की वैल्यू आपको बाज़ार की वर्तमान स्थिति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देती है:


Advance/Decline Line कैसे बनती है?

A/D Line को बनाने का फॉर्मूला बहुत सिंपल है:

A/D = (Advancing Stocks – Declining Stocks) + Previous A/D Value

इसका मतलब यह है कि हर दिन जो स्टॉक्स बढ़े और जो गिरे, उनके बीच का अंतर निकालकर पिछले दिन की वैल्यू में जोड़ दिया जाता है। इस तरह एक निरंतर लाइन बनती है जो मार्केट की ब्रेड्थ (breadth) को दर्शाती है।


Advance/Decline Indicator से क्या समझा जा सकता है?

  1. Positive A/D Line:
    अगर A/D लाइन ऊपर जा रही है, तो इसका मतलब है कि ज्यादातर स्टॉक्स मार्केट के साथ बढ़ रहे हैं। यानी मार्केट मजबूत है।

  2. Negative A/D Line:
    अगर यह लाइन नीचे जा रही है, तो यह संकेत है कि ज्यादातर स्टॉक्स गिर रहे हैं, भले ही इंडेक्स थोड़ा ऊपर दिखे।

  3. Divergence Signal:
    अगर इंडेक्स ऊपर जा रहा है लेकिन A/D Line नीचे जा रही है, तो यह negative divergence कहलाती है। इसका मतलब है कि मार्केट में कमजोरी आने वाली हो सकती है।

    वहीं अगर इंडेक्स नीचे जा रहा है लेकिन A/D Line ऊपर जा रही है, तो यह positive divergence है, जो मार्केट में reversal का संकेत देती है। 


Advance/Decline Indicator का उपयोग कैसे करें?

  • Trend Confirmation: यह बताता है कि मार्केट का ट्रेंड वास्तविक है या सिर्फ कुछ बड़े स्टॉक्स की वजह से।

  • Reversal Prediction: Divergence देखकर आप संभावित ट्रेंड रिवर्सल को पहले से पहचान सकते हैं।

  • Market Breadth Analysis: इससे पता चलता है कि मार्केट के कितने स्टॉक्स किसी दिशा में भाग ले रहे हैं।


Example:

मान लीजिए किसी दिन NIFTY 100 में से 70 स्टॉक्स बढ़े और 30 गिरे, तो उस दिन का A/D होगा:

70 – 30 = +40

अगर अगले दिन 60 बढ़े और 40 गिरे, तो A/D होगा:

60 – 40 = +20

अब यह वैल्यू पिछले दिन की +40 में जुड़ जाएगी, और कुल A/D Value होगी +60, यानी मार्केट में अभी भी सकारात्मक ब्रेड्थ है।


Advance/Decline Ratio क्या है?

A/D Ratio, कुल बढ़ने वाले और घटने वाले स्टॉक्स के अनुपात को दर्शाता है। इसका फॉर्मूला है:

A/D Ratio = Advancing Stocks / Declining Stocks

अगर Ratio 1 से ऊपर है, तो मार्केट में buying pressure ज्यादा है।


Advance/Decline Indicator से जुड़ी Limitations:

  • यह केवल कुल स्टॉक्स की संख्या को गिनता है, उनके वेटेज को नहीं।

  • कभी-कभी छोटे स्टॉक्स के बढ़ने से मार्केट मजबूत दिख सकता है जबकि बड़े स्टॉक्स गिर रहे होते हैं।

  • यह indicator अकेले ट्रेंड का पूरा चित्र नहीं देता, इसलिए इसे Moving Average, MACD या Volume Indicators के साथ मिलाकर देखना बेहतर होता है।


निवेशकों के लिए सलाह:

अगर आप Intraday या Swing Trader हैं, तो A/D Indicator से आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि मार्केट में कितनी breadth है और momentum किस दिशा में है। Long-term investors भी इसे देखकर यह जान सकते हैं कि मार्केट का overall health कैसा है।


Conclusion:

Advance/Decline Indicator शेयर मार्केट की गहराई को मापने का एक सरल लेकिन शक्तिशाली तरीका है। यह आपको यह समझने में मदद करता है कि इंडेक्स के पीछे कितने स्टॉक्स की भागीदारी है। इसे अन्य indicators के साथ मिलाकर उपयोग करने से आपकी ट्रेडिंग और निवेश रणनीति और अधिक सटीक हो जाएगी।


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