🧭 Relative Strength Index (RSI) Indicator क्या है? – पूरी जानकारी विस्तार में
Written by: राहुल कुमार
Date: 15 अक्टूबर 2025
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जब भी कोई ट्रेडर या इन्वेस्टर मार्केट में कदम रखता है, तो उसकी पहली कोशिश होती है — “मार्केट में सही समय पर एंट्री और एग्ज़िट कैसे किया जाए?” क्योंकि मार्केट में मुनाफ़ा कमाने का असली राज़ सही समय पर खरीद और सही समय पर बेचने में छिपा होता है। इसी समय को समझने में मदद करता है — RSI Indicator (Relative Strength Index)। यह एक बहुत ही प्रसिद्ध और प्रभावी Technical Indicator है जिसे ट्रेडर मार्केट की ताकत (Strength) और कमजोरी (Weakness) को मापने के लिए इस्तेमाल करते हैं। RSI एक ऐसा टूल है जो आपको बताता है कि कोई स्टॉक Overbought ज़ोन में है या Oversold ज़ोन में — यानी वह बहुत ज़्यादा खरीद लिया गया है या बहुत ज़्यादा बिक चुका है।
RSI की खास बात यह है कि यह इंडिकेटर न सिर्फ़ ट्रेडिंग में बल्कि लॉन्ग टर्म इन्वेस्टिंग में भी बहुत कारगर साबित होता है। जब आप RSI को किसी स्टॉक या इंडेक्स के चार्ट पर लगाते हैं, तो आपको एक Oscillator लाइन (0 से 100 के बीच) दिखाई देती है। इस लाइन के ऊपर-नीचे जाने से आपको समझ आता है कि मार्केट में Buyers और Sellers की ताकत कैसी है। ज़्यादातर ट्रेडर्स इसे 14 Period RSI के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) क्या है और यह कैसे काम करता है?
ट्रेडिंग की दुनिया में, रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) एक लोकप्रिय और शक्तिशाली मोमेंटम ऑसिलेटर है जिसका उपयोग ट्रेडर किसी एसेट की गति और उसकी कीमत की ताकत को मापने के लिए करते हैं। यह इंडिकेटर ओवरबॉट (Overbought) और ओवरसोल्ड (Oversold) स्थितियों की पहचान करने में मदद करता है, जिससे ट्रेडर को यह पता चलता है कि किसी स्टॉक में खरीदारी का दबाव बहुत ज्यादा है या बिकवाली का दबाव।
RSI क्या मापता है?
RSI एक गणितीय सूत्र पर आधारित है जो हाल की औसत लाभ (Average Gains) की तुलना हाल के औसत नुकसान (Average Losses) से करता है। परिणाम एक ऐसी रेखा होती है जो 0 से 100 के बीच चलती है।
RSI की गणना (Calculation)
RSI की गणना आमतौर पर पिछले 14 अवधियों (Periods) (जैसे 14 दिन या 14 घंटे) के डेटा पर आधारित होती है। इसका मूल सूत्र इस प्रकार है:
![]() |
| relative strength index indicator |
जहाँ, RS (Relative Strength) = Average Gain / Average Loss
RSI को कैसे पढ़ें? 📈📉
ट्रेडर RSI लाइन को देखने के लिए दो मुख्य स्तरों पर ध्यान केंद्रित करते हैं:
ओवरबॉट क्षेत्र (Overbought Zone):
जब RSI 70 के स्तर से ऊपर चला जाता है, तो यह माना जाता है कि स्टॉक या एसेट ओवरबॉट हो चुका है।
इसका मतलब यह है कि खरीदारी का दबाव बहुत ज्यादा रहा है और कीमत बहुत तेज़ी से बढ़ी है, इसलिए जल्द ही करेक्शन (Correction) या बिकवाली आ सकती है।
ट्रेडर इसे शॉर्ट-सेलिंग या मौजूदा लॉन्ग पोजीशन से बाहर निकलने के संकेत के रूप में देख सकते हैं।
ओवरसोल्ड क्षेत्र (Oversold Zone):
जब RSI 30 के स्तर से नीचे चला जाता है, तो यह माना जाता है कि स्टॉक या एसेट ओवरसोल्ड हो चुका है।
इसका मतलब यह है कि बिकवाली का दबाव बहुत ज्यादा रहा है और कीमत बहुत गिर चुकी है, इसलिए जल्द ही उछाल (Rebound) या खरीदारी आ सकती है।
ट्रेडर इसे खरीदारी (Long Position) के एक संभावित अवसर के रूप में देख सकते हैं।
📊 RSI Indicator की शुरुआत कैसे हुई?
RSI Indicator को 1978 में J. Welles Wilder Jr. ने विकसित किया था। यह वही व्यक्ति हैं जिन्होंने कई प्रसिद्ध Indicators बनाए जैसे ATR (Average True Range) और ADX (Average Directional Index)। RSI को मार्केट के Momentum को मापने के लिए डिज़ाइन किया गया था ताकि यह पता चल सके कि किसी स्टॉक की कीमत तेज़ी से ऊपर जा रही है या नीचे।
इस इंडिकेटर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह चार्ट को पढ़ना आसान बना देता है। जहां प्राइस एक तरफ़ जटिल तरीके से ऊपर-नीचे हो रही होती है, वहीं RSI आपको सीधा संकेत देता है — कि प्राइस अब बहुत ज़्यादा बढ़ चुकी है या गिर चुकी है और जल्द ही इसमें रिवर्सल (उल्टा मूवमेंट) देखने को मिल सकता है।
🧮 RSI Indicator की गणना (Calculation)
RSI की वैल्यू हमेशा 0 से 100 के बीच होती है। इसका फॉर्मूला इस प्रकार है:
[
\text{RSI} = 100 - \left(\frac{100}{1 + RS}\right)
]
जहाँ,
[
\text{RS} = \frac{\text{Average Gain}}{\text{Average Loss}}
]
Average Gain का मतलब होता है पिछले 14 पीरियड में हुई औसत बढ़त और Average Loss का मतलब होता है पिछले 14 पीरियड में हुई औसत गिरावट।
👉 Example: मान लीजिए किसी स्टॉक में पिछले 14 दिनों में औसतन ₹4 की बढ़त और ₹2 की गिरावट हुई।
तो RS = 4 / 2 = 2
RSI = 100 – [100 / (1 + 2)]
= 100 – [100 / 3]
= 100 – 33.33
= 66.67
इसका मतलब RSI की वैल्यू 66.67 है — यानी स्टॉक Overbought ज़ोन के करीब है। अगर RSI 70 से ऊपर जाता है तो मार्केट में बिकवाली (Sell Pressure) आ सकती है। अगर RSI 30 से नीचे जाता है तो मार्केट Oversold मानी जाती है — यानी यहां से ऊपर की तरफ़ रिवर्सल आने की संभावना होती है।
📈 चार्ट पर RSI Indicator कैसे लगाएं?
आज के समय में ज्यादातर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स में RSI Indicator पहले से ही मौजूद होता है। चाहे आप TradingView, Zerodha Kite, Upstox, Groww, या किसी भी चार्टिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रहे हों, RSI लगाना बहुत आसान है।
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चार्ट खोलें और उस स्टॉक या इंडेक्स को चुनें जिस पर आप RSI लगाना चाहते हैं।
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“Indicators” में जाएं और “RSI” टाइप करें।
-
RSI Indicator पर क्लिक करें।
-
डिफ़ॉल्ट सेटिंग 14 Period की होती है (आप चाहें तो इसे बदल भी सकते हैं)।
-
अब चार्ट के नीचे RSI की एक लाइन नज़र आएगी जो 0 से 100 के बीच मूव करेगी।
👉 अगर RSI 70 से ऊपर जा रहा है तो यह Overbought की स्थिति है।
👉 अगर RSI 30 से नीचे है तो यह Oversold की स्थिति है।
👉 अगर RSI 50 के आसपास है तो यह Neutral Zone है।
![]() |
| thoda or ander ko likhana hai |
🧭 RSI Indicator से सिग्नल कैसे समझें?
RSI से तीन प्रकार के सिग्नल मुख्य रूप से निकलते हैं:
-
Overbought Signal: जब RSI 70 से ऊपर जाता है, तो यह बताता है कि स्टॉक बहुत ज़्यादा खरीद लिया गया है और यहां से प्राइस में गिरावट आ सकती है। कई प्रो ट्रेडर्स इस समय पर Short Sell या Profit Booking करते हैं।
-
Oversold Signal: जब RSI 30 से नीचे जाता है, तो यह बताता है कि स्टॉक बहुत ज़्यादा बिक चुका है और यहां से प्राइस में तेजी आ सकती है। इस स्थिति में ट्रेडर्स Buying का मौका ढूंढते हैं।
-
Divergence Signal: जब स्टॉक का प्राइस और RSI की दिशा एक-दूसरे के विपरीत हो, तो इसे Divergence कहते हैं। यह Trend Reversal का एक मजबूत संकेत होता है।
👉 उदाहरण के लिए, अगर प्राइस ऊपर जा रही है लेकिन RSI नीचे आ रहा है तो इसका मतलब Buyers की ताकत घट रही है और गिरावट आ सकती है।
📉 RSI Indicator के साथ ट्रेडिंग रणनीति (Strategy)
RSI अकेले ट्रेडिंग में बहुत अच्छा काम नहीं करता। इसे दूसरे Indicators के साथ जोड़कर इस्तेमाल करना बेहतर होता है। उदाहरण के लिए:
-
RSI + Moving Average
-
RSI + Volume
-
RSI + Support & Resistance
👉 मान लीजिए किसी स्टॉक का RSI 30 के नीचे चला गया है और वही स्टॉक किसी Major Support Level पर भी है — तो यह एक Strong Buy Signal बन सकता है।
👉 इसी तरह अगर RSI 70 से ऊपर है और प्राइस Resistance के पास है तो Sell Signal बन सकता है।
⚠️ RSI Indicator की सीमाएँ (Limitations)
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ट्रेंडिंग मार्केट में RSI कई बार Overbought ज़ोन में लंबे समय तक बना रहता है और प्राइस फिर भी ऊपर जाती रहती है।
-
Oversold ज़ोन में भी ऐसा ही होता है — प्राइस गिरती रहती है। इसलिए सिर्फ RSI पर ट्रेड लेना कभी भी Safe नहीं होता।
-
RSI ट्रेंड की दिशा नहीं बताता, यह केवल Momentum दिखाता है। इसलिए Confirmation ज़रूरी होता है।
-
छोटे टाइमफ्रेम में RSI बहुत सारे फेक सिग्नल दे सकता है। इसलिए इसे Price Action और अन्य Indicators के साथ मिलाकर ही इस्तेमाल करें।
🪙 RSI Settings और Timeframe के हिसाब से उपयोग
| टाइम फ्रेम | ट्रेडिंग स्टाइल | RSI पीरियड सेटिंग |
|---|---|---|
| 1 Min – 15 Min | Intraday Trading | 7 – 14 |
| 1 Hour – 4 Hour | Swing Trading | 14 |
| Daily / Weekly | Long Term Investing | 14 – 21 |
👉 छोटे टाइमफ्रेम में RSI के छोटे पीरियड का इस्तेमाल किया जाता है ताकि सिग्नल जल्दी मिले।
👉 बड़े टाइमफ्रेम में लंबा पीरियड बेहतर और स्थिर सिग्नल देता है।
🧠 Pro Tips by राहुल कुमार
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केवल RSI पर भरोसा न करें, हमेशा Volume और Support-Resistance भी देखें।
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RSI में Divergence को नज़रअंदाज़ न करें, यह ट्रेंड बदलने के पहले का संकेत होता है।
-
Fake Breakouts से बचने के लिए RSI के साथ Price Action Strategy जोड़ें।
-
RSI को Intraday और Swing Trading दोनों में इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन Discipline और Risk Management बहुत ज़रूरी है।
🏁 निष्कर्ष (Conclusion)
RSI Indicator एक सरल लेकिन अत्यंत शक्तिशाली टूल है। इसे समझना आसान है और यह ट्रेडर को सही Entry और Exit Points का अंदाज़ा लगाने में मदद करता है। लेकिन याद रखें — कोई भी Indicator 100% Accurate नहीं होता। RSI केवल एक Signal देता है, लेकिन निर्णय आपको Trend, Volume और अन्य Analysis देखकर ही लेना चाहिए। जो ट्रेडर RSI को सही रणनीति के साथ इस्तेमाल करते हैं, वे अपने ट्रेड को ज़्यादा सटीक बना सकते हैं और अनावश्यक नुकसान से बच सकते हैं।
👉 अगर आप Intraday, Swing या Long Term Trading में सफल होना चाहते हैं तो RSI को चार्ट पर इस्तेमाल करना और उसे गहराई से समझना सीखें। समय के साथ यह Indicator आपको Powerful Entry और Exit पॉइंट्स दिखाएगा।
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